कोरोना वैक्सीन को आम लोगों तक पहुँचाने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों को सोंपी गई है, और राज्य सरकार ने इस कार्य को करने की पूरी तैयारी कर ली हैं.
कोरोना वायरस जब से आया है तब से इसके इलाज में पूरी दुनिया के डॉक्टर और वैज्ञानिक इस वायरस के इलाज ढूंढने में लग गए. लेकिन इलाज खोज नहीं पाए. लेकिन अब ऐसा लग रहा है की भारत में बहुत जल्द कोरोना की वैक्सीन आने वाली हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बात का इशारा कर चुकें हैं. ऐसे में अब यह सवाल उठता है की वैक्सीन किस प्रकार सबको लगने वाली हैं.
इस कार्य को करने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों को दी गई हैं. राज्य सरकारें अभी से ही इस काम में जुट गई हैं. आपको बता दें की कोरोना की वैक्सीन के डोज सबसे पहले हेल्थ केयर वर्कर को 1 करोड़ डोज और फ्रंटलाइन वर्करस को 2 करोड़ और 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 26 करोड़ डोज दिए जाएंगे.
जिसके बाद उन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी जिनको कोई गम्भीर बीमारी हो देश भर में लगभग ऐसे लोग 1 करोड़ के आस पास हैं. ऐसे में हम यह कह सकते है की ऐसे लोगों के लिए 1 करोड़ डोज दिए जाएंगे. इस तरह पहले फेज की वैक्सीन के डोज करीब 30 करोड़ 50 लाख तक के देश भर में दिए जाएंगे.
जिनको टिका लगना है उन लोगों की इस तरह होगी पहचान
जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन का टिका लगने वाला है उनकी पहचान करना भी बहुत मुश्किल कार्य होने वाला है सरकार के लिए, लेकिन इस कार्य को आसन करने के लिए सरकार ने नए-नए प्लान बना रही हैं.
अभी तक यह प्लान है की लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में तैयार की गई वोटर लिस्ट के आधार पर 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों की पहचान की जाएगी. सरकार इस प्लान पर भी बहुत गम्भीरता से विचार कर रही है इसमें कुछ बदलाव भी हो सकते हैं.
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