ट्विटर को फटकार लगाते हुए मोदी सरकार ने कहा “भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना भारत सरकार की जिम्मेदारी है, न की ट्विटर का”.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सोशल मीडिया का एक प्लेटफोर्म ट्विटर को केन्द्रीय मोदी सरकार ने फिर फटकार लगाई है, बता दें की ट्विटर ने भारत सरकार की गाइडलाइन फॉलो नहीं की और अभिव्यक्ति की आजादी का हवाला भी दिया. जिस पर भारत ने ट्विटर को लताड़ते हुए कहा की “भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना भारत सरकार की जिम्मेदारी है न कि ट्विटर जैसी किसी निजी लाभकारी, विदेशी संस्था की”.
भारत सरकार ने कहा की “ट्विटर ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को अपने हिसाब से हांकने का प्रयास किया, अपने एक्शन्स और जानबूझकर आदेश न मानकर ट्विटर भारत की कानूनी-व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है, ट्विटर ने रेग्युलेशंस को मानने से इनकार कर भारत में किसी आपराधिक गतिविधि के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बनने जैसा काम किया है”.
केन्द्रीय मंत्रालय ने कहा की “अगर ट्विटर इतना प्रतिबद्ध है तो आखिर उन्होंने खुद से ऐसा तंत्र क्यों नहीं स्थापित किया, जबकि उसके प्रतिनिधि नियमित रूप से यह दावा करके अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करते हैं कि उनके पास कोई अधिकार नहीं है और भारत के लोगों को यूएसए हेडक्वार्टर में बात करनी होगी”. भारत सरकार ने ट्विटर की प्रतिबद्धता वाले दावों को खोखला और स्वार्थी बताया.
बता दें की ट्विटर को भारत सरकार ने यह भी कहा की “भारत में सदियों से लोकतांत्रिक व्यवस्था रही है और अभिव्यक्ति की आजादी रही है. भारत में फ्री स्पीच का प्रोटेक्शन करने के लिए हमें किसी निजी, मुनाफे के लिए संचालित और विदेशी संस्थान की जरूरत नहीं है. यहाँ तक कि फ्री स्पीच को रोकने का काम खुद ट्विटर और उसकी गैर-पारदर्शी नीतियों ने किया है. इसी के चलते लोगों के अकाउंट्स को सस्पेंड किया जा रहा है और बिना किसी वाजिब कारण के ही ट्वीट्स भी डिलीट किए जा रहे हैं”.
इसे भी जरुर ही पढिए:-
[…] […]