ऑक्सीजन के बाद केजरीवाल सरकार ने कोरोना Vaccine पर राजनीती शुरू कर दी है, लेकिन भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी करारा जवाब दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट को लेकर अलग – अलग मुद्दों पर राजनीती थमने का नाम नहीं ले रही है, पहले ऑक्सीजन और अब कोरोना के टिके को लेकर भी राज्य सरकार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र पर आरोप लगाया की ऑर्डर की गई Vaccine की आपूर्ति के कारण दिल्ली में टीकाकरण प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करना मुश्किल हो रहा है.
कभी चुनाव, कभी कुम्भ और कभी विदेशों में वैक्सीन बेचने के चक्कर में देश का बेड़ा गरक करने वाली भाजपा के झूठे प्रोपगंडा का जवाब-
⁃दिल्ली सरकार ने अप्रैल में ही कंपनियों को 1.34 करोड़ वैक्सीन का आर्डर दिया था।
⁃जवाब में केंद्र सरकार ने कहा कि दिल्ली को मई में केवल 3.5 लाख वैक्सीन pic.twitter.com/bRHX2qhZeA— Manish Sisodia (@msisodia) May 10, 2021
मनीष सिसोदिया ने दावा किया की “दिल्ली सरकार ने 18-44 आयु वर्ग के लोगों के लिए मैन्युफैक्चरर्स से वैक्सीन की 1.34 करोड़ खुराक देने का ऑर्डर दिया था, लेकिन केंद्र ने मई महीने में उन्हें केवल 3.5 लाख खुराक आवंटित की”. पत्र के फ़ोटो को ट्विट करके सिसोदिया ने बताया की “अब उन्हें बताया है कि दिल्ली में मई में केवल 3.5 लाख खुराक ही मिल सकती है”.
भारतीय जनता पार्टी ने भी इसका करारा जवाब दिया, BJP के अनुसार आम आदमी पार्टी का यह दावा बिलकुल झूठा है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी ट्विट करके कुछ पत्र साझा कर AAP के दावों को झूठा साबित किया और कहा की “केजरीवाल सरकार द्वारा किया जा रहा दावा वास्तव में झूठा है और केवल केंद्र सरकार को बदनाम करने का प्रयास है”.


संबित पात्रा ने कहा की “भारत सरकार को 26 अप्रैल को लिखे गए पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दिल्ली सरकार की योजना क्रमशः भारत के सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से कोविशिल्ड और कोवैक्सिन की 67 लाख खुराक की खरीद की है और इसमें ऑर्डर देने की बात नहीं है”. पात्रा ने आगे कहा की “आप सरकार द्वारा जारी किए गए इन दोनों पत्रों को ध्यान से पढ़ेंगे, तो आप पाएँगे कि ये सीएम केजरीवाल के कहे अनुसार 1.34 करोड़ वैक्सीन ऑर्डर करने का पत्र नहीं हैं, इसमें योजना बनाने की बात लिखी है, जिसे ऑर्डर के रूप में पारित नहीं किया जा सकता”.
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