डासना के शिव शक्ति मंदिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती जी को लेकर कट्टरपंथीयों की धमकियों का दौर अभी भी जारी है, इसमें नया नाम है अजमेर दरगाह.
दिल्ली के प्रेस क्लब में दिए एक बड़े बयान के बाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डासना के शिव शक्ति मंदिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती जी को जान से मारने की धमकियां लगातार जारी है, गली मोहल्लों में उनके अभद्र पोस्टर और उनका गला काटने की मांगे उठ रही है. इसी कड़ी में अब अजमेर की दरगाह का नाम भी जुड़ चूका है.
अजमेर दरगाह से मिली धमकी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजस्थान के अजमेर में स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह से एक ओर धमकी की आवाज उठी है, यह धमकी यति नरसिंहानंद सरस्वती जी की गिरफ्तारी को लेकर है. बता दें की आंदोलनकारियों ने हाथों में बैनर ले रखे थे और नारेबाजी कर रहे थे और इस विरोध प्रदर्शन की कमान गद्दी नशीन खादिम सरवर चिश्ती ने संभाली हुई थी.
People at Nizam Gate of Dargah #Ajmer Today after Friday prayers protests against #Narsinghanand @ANI @TimesNow @RajCMO @ashokgehlot51 @PMOIndia pic.twitter.com/FekXblipy7
— Wajid Hussain (@wajidhussain177) April 16, 2021
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के को धमकी दी की यदि यति नरसिंहानंद सरस्वती की गिरफ्तारी नहीं हुई तो इससे भी बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. गद्दी नशीन खादिम सरवर चिश्ती ने अपने सम्बोधन में कहा की “सभी को पता है कि फासीवादी ताकतों के इशारे पर डासना देवी के मंदिर के महंत ने देश में सांप्रदायिक शांति भंग करने के लिए ये टिप्पणी की है, उसे तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए”.
जुम्मे की नमाज के बाद लाखों लोगों ने यति नरसिंहानंद का गला काटने की मांग करी
अजमेर दरगाह से पहले बरेली में हुआ प्रदर्शन
बता दें की अजमेर दरगाह के इस विरोध प्रदर्शन से पहले उत्तर प्रदेश के बरेली में कट्टरपंथीयों की भीड़ ने जमावड़ा करके यति नरसिंहानंद सरस्वती का गला काटने की धमकियां देते हुए भड़काऊ बयानबाजी भी करी, इन नारों में कहा गया की “गुस्ताख ऐ नबी की सज़ा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा”.
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