महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे की दहाड़ का असर धीरे-धीरे देश के हर कोने तक जा रहा है, नया मामला वाराणसी से सामने आया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन संगठन की से लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर विरोध शुरू किया गया, संगठन के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने अपने घर और आसपास की छतों पर कई लाउडस्पीकर लगाए हैं। वहीं इसके साथ-साथ अलीगढ़ के 21 चौराहों पर हनुमान चालीसा बजाने की तैयारी में एवीवीपी जुटा है। इसके लिए लोगों से चंदा लिया जा रहा है।
आपको बताते चलें की वाराणसी के साकेत नगर सुधीर सिंह अपनी छत पर खड़े होकर कुछ साथियों के साथ अजान के समय लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। उनका कहना है कि सुबह लाउडस्पीकर पर अजान से लोगों की नींद में खलल पड़ती है। इसलिए ऐसा किया जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर उन्होंने आगे ओर भी कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया था।
सुधीर ने आगे कहा की पहले हम सोकर उठते थे तब मानस मंदिर और अन्य मंदिरों पर वैदिक पाठ होते थे, हनुमान चालीसा का पाठ होता था। लेकिन यह सब अब बंद हो गया। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि ध्वनि प्रदूषण नहीं होना चाहिए। इसलिए मंदिरों से भोंपू उतर गए। लेकिन मस्जिदों पर भोंपू बढ़ते गए। सुबह साढ़े 4 बजे अजान की आवाज से नींद खुल जाती है। जब लाउडस्पीकर से अजान हो सकती है तो वैदिक मंत्रों और हनुमान चालीसा का पाठ क्यों नहीं।
गौरतलब है की बीते दिनों अपने एक बयान के दौरान राज ठाकरे ने कहा था की 3 तारीख को ईद है अगर तब तक लाउडस्पीकर नहीं हटे तो जगह-जगह हनुमान चालीसा बजाया जाएगा, मुस्लिम (Muslim) लोगों को प्रार्थना करनी है तो अपने घरों में करें, रास्तों पर नहीं। महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग से मेरा अनुरोध है, हम कोई दंगा नहीं चाहते, हम कोई नफरत नहीं चाहते, हम महाराष्ट्र की शांति भी खतरे में नहीं डालना चाहते।
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