पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा से अब तक 11 लोगों की हुई मौत, माँ काली और भगवान हनुमान की प्रतिमाओं के साथ तोड़फोड़ भी की गई हैं.
रविवार 2 मई के बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा के मामले थमने का नाम तक नहीं के रहे हैं, लगातार हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं. इन सब के बिच भारतीय जनता पार्टी ने हिंसा के लिए तृणमूल कोंग्रेस पार्टी के गुंडों को ही जिम्मेदार ठहराया है. बता दें की भाजपा की 2 महिला पोल एजेंट के साथ गैंगरेप का भी मामला सामने आया है, मगर पुलिस ने इसका इनकार किया है.
ABVP ने भी TMC गुंडों पर लगाया आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजधानी कोलकता में स्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानि ABVP के कार्यालय पर हमला हो गया, ABVP ने इसके लिए TMC पर आरोप लगाते हुए कहा की TMC के गुंडों ने ही जबरदस्ती घुसकर मौजूद कार्यकर्ताओं पर हमला किया और तोड़फोड़ भी करी. ABVP के मुताबिक TMC के गुंडों ने ऑफिस में स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सुभाष चंद्र बोस और रवीन्द्रनाथ टैगोर की तस्वीरों को भी तोड़ डाला.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महासचिव निधि त्रिपाठी ने कहा की “माँ काली और भगवान हनुमान की प्रतिमाओं को नीचे गिरा कर उन्हें पैरों तले रौंदा भी गया, 100 के करीब गुंडे ABVP के कार्यालय को घेर कर खड़े थे, TMC के गुंडे ये कहते हुए हमला कर रहे थे कि जिन्होंने ममता दीदी के चेहरे पर कालिख लगाई है और उनके खिलाफ बोला है, उन्हें हम बंगाल में नहीं रहने देंगे, बदला लेने पर उतारू तृणमूल वाले खून बहा रहे हैं”.
हिंसक उपद्रवियों ने वामपंथी दल को भी नहीं छोड़ा
भारतीय जनता पार्टी और ABVP ही नहीं बल्कि हिंसक उपद्रवियों ने वामपंथी दल के दफ्तरों पर भी हमले की खबरें सामने आई हैं, JNU छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने बताया की “TMC को जनादेश स्वीकार करना चाहिए और ये जनादेश लोगों के लिए काम करने के लिए मिला है, हिंसा के लिए नहीं, ममता बनर्जी के कार्यकर्ता विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले कर रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता”.
इसे भी जरुर ही पढिए:-
[…] […]
[…] […]