योग गुरु बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बिच विवाद में FORDA ने एंट्री मार ली है, इस आवासीय डॉक्टरों के संगठन ने बाबा रामदेव के खिलाफ़ बयान जारी किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले कुछ समय से आयुर्वेद और एलोपैथी के बिच चल रहे विवाद में अब FORDA ने एंट्री ले लिए है, फेडरेशन ऑफ रेसीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन यानि FORDA ने बाबा रामदेव द्वारा दिए गए वक्तव्य के खिलाफ 1 जून को राष्ट्रव्यापी ब्लैक डे प्रोटेस्ट करने की घोषणा करी है और यह एलोपैथी और आधुनिक चिकित्सा के विषय में की गई हैं.
Federation of Resident Doctors' Association (FORDA) India says that they will hold a nationwide black day protest on June 1st "without hampering the patient care to voice their protest against the statements of Yog Guru Ramdev against Corona warriors and modern medicine." pic.twitter.com/suRpNMJXNJ
— ANI (@ANI) May 29, 2021
बता दें की 29 मई शनिवार को FORDA ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा की “कई कोरोना वॉरियर्स ने Covid-19 महामारी के दौरान अपनी क्षमता से ज्यादा कार्य किया है, लेकिन उनके इस योगदान के बावजूद बाबा रामदेव के द्वारा अमानवीय और अपमानजनक बयान दिया गया है”. उन्होंने आगे कहा की “बाबा रामदेव के द्वारा दिए गए बयान के कारण भारत सरकार के टीकाकरण कार्यक्रम को ठेस पहुँची है और लोगों में टीके के प्रति हिचकिचाहट भी पैदा हुई है”.
FORDA के अनुसार “बाबा रामदेव के द्वारा ऐसे बयान दिए जाने के बाद भी अभी तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है, चूँकि हम सब कोविड महामारी से लड़ने का कार्य कर रहे हैं इसलिए हम बाबा रामदेव के बयान के खिलाफ 1 जून को राष्ट्रव्यापी ब्लैक डे प्रोटेस्ट करेंगे”. बता दें की इस प्रदर्शन में भी यह ध्यान रखा जाएगा कि इस प्रोटेस्ट के दौरान मरीजों को कोई असुविधा न हो. फेडरेशन ऑफ रेसीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने बाबा रामदेव के खिलाफ महामारी अधिनियम, 1897 की धाराओं के तहत कार्रवाई की माँग करी है और यह भी कहा है कि बाबा रामदेव अपने बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.
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