सीएम योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा में कहा की “अखंड भारत का प्रत्येक नागरिक जो हज करने जाता है, तो उसकी पहचान हिंदू से की जाती है”.
उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्य मंत्री महंत योगी आदित्यनाथ के वेक्तित्व चरित्र को एक राष्ट्रवादी के रूप में माना जाता है, लेकिन कई विपक्षी दलों को CM योगी एक साम्प्रदायिक और देश में धार्मिक एजेंडे के काम करने वाले पुरुष से है.
बता दें इसी सन्दर्भ में UP के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में बजट सत्र के दौरान एक ऐसी बात कह जो कट्टरपंथीयों और वामपंथीयों के लिए विवाद का मुद्दा बन सकती है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा “हिंदू कोई धर्म नहीं”
UP सीएम योगी ने बजट सत्र के दौरान कहा “अखंड भारत का कोई भी नागरिक जब हज करने या फिर किसी अन्य वजहों से विदेश जाता है, तो उसकी पहचान हिंदू के रूप में की जाती है. चाह बंगलादेश, अफगानिस्तान और चाह पाकिस्तान का ही नागरिक क्यों ना हो”.
CM योगी ने आगे अपने बयान बयान में कहा की “हिंदू कोई धर्म नहीं है, बल्कि एक जीवन पद्धति और संस्कृति है, जबकि सनातन धर्म है”. योगी ने कहा कि “हम सबको अपनी पहचान पर गर्व है”.
योगी आदित्यनाथ ने हिंदू विरोधियों पर किए कटाक्ष
सीएम योगी ने अपने बयान में हिंदू विरोधियों पर भी कई तंज कसे, उन्होंने कहा की “जो लोग हिंदू को साम्प्रदायिक कहते हैं, ये वही लोग हैं जो आज तक राम जन्मस्थली अयोध्या, श्री कृष्ण जन्मभूमि मथुरा और काशी विश्वनाथ को नहीं मानते हैं”. इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा की “ये वही लोग हैं जो विरासत के प्रतीकों का सम्मान नहीं करते हैं और शक्तिपीठों का भी सम्मान नहीं करते हैं”.
CM ने सपा सदस्यों पर कटाक्ष करते हुए कहा की “राम व कृष्ण और शिव के सन्दर्भ में डॉक्टर लोहिया से सीखना चाहिए, अयोध्या में श्री राम मंदिर का शिलान्यास राष्ट्रीय गौरव का विषय है और पूरी दुनिया ने श्री राम को अपनाया है लेकिन कुछ लोग अब भी विद्वेष करते है, रामायण काल में ऐसा असुर और राक्षस करते थे.
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