महाराष्ट्र में पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेपा प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में एक मंच से कहा “जागो जागों हिंदुओं, एक बार तो जागो”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेपा प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने राजधानी मुंबई के गोरेगाँव स्थित नेस्को मैदान में आयोजित ‘हिंदी भाषी महासंकल्प सभा’ में जम कर दहाड़ लगाई। हनुमान चालीसा के साथ अपनी रैली की शुरुआत की, अपने संबोधन के दौरान उन्होंने AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर औरंगजेब की कब्र के विषय में जमकर हमला बोला।
हिंदी भाषी महासंकल्प सभा
नेस्को मैदान, गोरेगाव, मुंबईमुंबई का संकल्प, भाजपा ही विकल्प#Mumbai #BJP https://t.co/bUbJHCcAxz
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) May 15, 2022
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा “असदुद्दीन ओवैसी औरंगजेब की कब्र पर जाता है और माथा टेकता है, और तुम (राज्य सरकार) देखते रह जाते हो, अरे डूब मरो! चुल्लू भर पानी में डूब मरो। अरे ओवैसी सुन ले, कुत्ता भी ना पेशाब करेगा, औरंगजेब की पहचान पर। अब तो भगवा लहराएगा पूरे हिंदुस्तान पर।” वहीं उन्होंने ऐलान किया कि ‘हनुमान चालीसा’ की तो शुरुआत हो ही चुकी है, अब लंका दहन भी होगा।
आपको बताते चलें की पूर्व सीएम ने शिवसेना सुप्रीमो और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की हालिया रैली के बारे में कहा कि अध्यक्ष सोनिया गाँधी को समर्पित थी। उन्होंने कहा कि RSS के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल कॉन्ग्रेस करती थी, उद्धव ठाकरे भी उसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। इस दौरान आगामी BMC चुनावों को लेकर भी देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वहाँ भी भाजपा का भगवा ही लहराएगा।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेपा प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की और लोगों को ‘हमार भाई-बहिन’ कह कर सम्बोधित किया। उन्होंने कहा “शिवसेना की मास्टर सभा नहीं, लाफ्टर सभा थी। कल कौरवों की सभा थी, आज पांडवों की सभा है। ‘लाठी-गोली खाएँगे, मंदिर वहीं बनाएँगे’ बोलते हुए गए थे, ‘पिकनिक चलो’ कहते हुए नहीं।”
पूर्व सीएम ने कहा की कार सेवकों का मजाक उड़ाने वालों को जवाब है कि जब भी जरूरत होगी जाएँगे। साथ ही उन्होंने चेताया कि अब आपकी सत्ता का ढाँचा गिराएँगे, वजनदार लोगों से संभल कर रहो। इस दौरान उन्होंने संभाजी का उद्धरण याद दिलाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जान भी चली जाए पर धर्म से समझौता नहीं करूँगा। उन्होंने शिवसेना सरकार में भ्रष्टाचार का भी विरोध किया। उन्होंने याद दिलाया कि राम मंदिर आंदोलन के दौरान वो बदायूँ की जेल में थे और कश्मीर में भी मनोबल बढ़ाने गए थे।
इसे भी जरूर ही पढ़िए:-
[…] […]