देश में इस कोरोना का खतरा लगभग पूरी तरह से टला हुआ है, लेकिन रविवार को देश के पीएम मोदी ने एक बार फिर देश में कोरोना को लेकर चिंता जताई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत के माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार 10 अप्रैल 2022 को गुजरात में जूनागढ़ जिले के वंथली में मां उमिया धाम के महापटोत्सव कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया। बताया जा रहा है की कडवा पाटीदार समुदाय की देवी मानी जाने वाली मां उमिया के मंदिर के 14वें स्थापना दिवस पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने पूरे देश को कोरोना के खिलाफ सतर्क रहने की हिदायत भी दी।
पीएम मोदी ने कहा की किसी को नहीं पता कि ‘बहरूपिया’ कोविड-19 फिर कब सामने आ जाएगा, कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए टीकों की करीब 185 करोड़ खुराक देने का काम लोगों के समर्थन से ही संभव हो पाया। मां उमिया के श्रद्धालुओं को खून की कमी से पीड़ित माताओं और कुपोषित बच्चों की देखभाल करने के लिए ग्रामीण स्तर पर कदम उठाने चाहिए।
Jai Umiya Mata! Addressing the 14th Foundation Day celebration at Umiya Mata Temple in Junagadh, Gujarat. https://t.co/95c07uy866
— Narendra Modi (@narendramodi) April 10, 2022
कोरोना को लेकर प्रधान मंत्री मोदी ने आगे कहा की कोरोना वायरस (वैश्विक महामारी) एक बड़ा संकट था और हम यह नहीं कह रहे कि संकट समाप्त हो गया है। यह कुछ देर के लिए भले ही थम गया है, लेकिन हमें नहीं पता कि यह फिर से कब सामने आ जाएगा। यह एक ‘बहरूपिया’ बीमारी है। इसे रोकने के लिए करीब 185 करोड़ खुराक दी गई हैं, जिसने दुनिया को अचम्भित कर दिया है. यह आपके समर्थन से ही संभव हो पाया।
PM Modi ने कहा की जिन लोगों ने गंभीर जल संकट का सामना किया है, उन्हें जल संरक्षण का काम छोड़ना नहीं चाहिए, भले ही इस दिशा में कितनी भी सफलता मिल गई हो। यह काम हर साल मॉनसून से पहले पानी के संरक्षण के लिए झीलों को गहरा करके और जल स्रोत की सफाई करके किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा की हमें धरती मां को बचाना होगा… हमें एक ऐसे (गुजरात के) राज्यपाल (आचार्य देवव्रत) मिले हैं, जो प्राकृतिक खेती के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं।
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