पाकिस्तान में जिस कृष्ण मंदिर में उपद्रवियों ने तोड़ – फोड़ करी थी, उससे जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसने सारे सच की पोल खोल कर रख दी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन पाकिस्तान के सिंध में संघार जिले के किप्रो क्षेत्र से श्री कृष्ण मंदिर में कुछ कट्टर उपद्रियों द्वारा तोड़ – फोड़ और हंगामा करने की खबर सामने आई थीं. अब उससे जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वहां की स्थानीय महिला पत्रकार से कहती हैं की “मंदिर में घुस कर देवी-देवताओं की प्रतिमाएँ तोड़ने वाले पुलिसकर्मी ‘मुल्ले’ थे, जिनमें से एक गंजा था और एक ने लंबी दाढ़ी रखी हुई थी”.
Local Hindu woman who is also an eyewitness to the Islamist mob attacking a Hindu temple and breaking Lord Krishna statue gives details of the brutal act as the Pakistan Government turned the other way. Minority Hindu temples have been regularly attacked and gutted in Pakistan. pic.twitter.com/7Ga7cIYH88
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 30, 2021
इस वीडियो में स्थानीय महिला सिंधी भाषा में अपनी बात को रखती हैं और मीडिया के सामने घटनाक्रम की जानकारी देती है. दरअसल भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन खिप्री के स्थानीय कृष्ण मंदिर में भक्त त्यौहार और उत्सव मना रहे थे, तभी अचानक कट्टरपंथीयों की एक टोली आई और सीधे मंदिर में धावा बोल लिया. इस दौरान उपद्रवियों ने न केवल भगवान श्री कृष्ण की मूर्तियों को तोड़ा बल्कि वहां जन्माष्टमी मना रहे भक्तों के साथ भी मारपीट करी है.
इस परे घटनाक्रम की जानकारी अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेयर करते हुए पाकिस्तानी एक्टिविस्ट और वकील राहत ऑस्टिन ने लिखा की “सिंध के खिप्रो में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई है. हिंदू भगवान का अपमान किया गया है, क्योंकि वे भगवान कृष्ण का जन्मदिन (जन्माष्टमी) मना रहे थे. पाकिस्तान में इस्लाम के खिलाफ ईशनिंदा के झूठे आरोप में भी मॉब लिंचिंग या मौत की सजा दी जाती है, लेकिन गैर-मुस्लिम देवताओं के खिलाफ अपराध में कोई सजा नहीं होती है”. पाकिस्तान में हिंदुओं को लेकर इस प्रकार की घृणा के कई उदाहरण बहुत बार देखे जा चुके हैं.
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