राकेश टिकैत ने जब से मुजफ्फरनगर ने ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगवाएं हैं, तब से उनके सर पर ये नाम ऐसा चढ़ा की ‘आलू’ को ‘अल्लाह’ बोल दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीती 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में आयोजित महापंचायत में बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रैली में आई भीड़ से ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगवाए. इस घटना से टिकैत इतने प्रभावित हुए हैं की वे ‘आलू’ को भी ‘अल्लाह’ बोलने लग गए हैं. हाल ही में सुदर्शन न्यूज़ पर सुरेश चव्हाणके जी के एक प्रोग्राम में ‘आलू’ पर हो रही एक चर्चा के दौरान उन्होंने ‘आलू’ तो नहीं कहा और ‘अल्लाह’ कह डाला, आप भी देखें वीडियो:-
आलू कहते समय अल्लाह मुंह में आ रहा है टिकैत जी के !
देखें चलते चलते सोमवार 8 pm और 11 pm #chaltechalte #TikaitInChalteChalte @RakeshTikaitBKU pic.twitter.com/YmO20f2K5P
— Suresh Chavhanke “Sudarshan News” (@SureshChavhanke) September 18, 2021
इस कार्यक्रम के दौरान राकेश टिकैत ने हमेशा की तरह सरकार को ठीक उसी पर कोसा जैसे वे आंदोलन की शुरुआत के कोसते आ रहे हैं. उन्होंने कहा “केंद्र सरकार कारोबारियों की मदद कर रही है, सरकार व्यापारियों को कम कीमत पर उत्पाद खरीदने और उसे अधिक कीमत पर बाजार में बेचने में मदद कर रही है. तीनों कृषि कानून लागू होने से पहले व्यापारिक घरानों ने पहले ही देश भर में भूमिगत कक्ष और गोदाम बना लिए थे. क्या व्यापारिक घरानों को पता था कि ऐसे कृषि कानून आ रहे हैं जो उन्हें खाद्य व्यवसाय पर अपनी पकड़ बढ़ाने में मदद करेंगे?”
उनके ऐसे तर्क पर सुरेश चव्हाणके जी कहा “निजी फर्म भूमिगत कक्ष का निर्माण 1978 से कर रहे हैं. इसका मतलब ये तो नहीं है कि वो तभी से कानून को लागू करने की योजना बना रहे थे. व्यापारिक घरानों के लिए मार्केट रिसर्च और उन क्षेत्रों में निवेश करना बेहद आम बात है जहाँ वह लाभ की संभावना देखते हैं”. लेकिन टिकैत अपनी दलीलों पर ही अड़े रहे, उन्होंने यह भी कहा “सरकार को एमएसपी तय करना चाहिए; अन्यथा, निजी क्षेत्र निजी बाजारों में किसानों का शोषण करेगा”.