टोक्यो ओलंपिक 2021 में भारत को पहला Gold दिलाने वाले नीरज चौपड़ा यानि ‘निज्जू’ की जीत के लिए उसके गाँव में खुशियों की मानो बहार आ गई हों.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरियाणा के पानीपत के मतलौडा इलाके में स्थित खंडरा गाँव में खुशियों की लेहर आ गई है, क्योंकि इस गांव के एक जवान नीरज चौपड़ा ने दुनिया के सबसे बड़े खेल टोर्नामेंट यानि की टोक्यो ओलंपिक 2021 में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता है. गाँव के कुछ बुजुर्गों का कहना है की हमने ‘निज्जू’ की जीत के लिए शिवरात्रि का व्रत रखा था और बाबा भोले से प्रार्थना करी की उनका ‘निज्जू’ सबसे दूर भाला फेंकें! बता दें की नीरज चौपड़ा को उनके गाँव में प्यार से ‘निज्जू’ बोलते हैं.
Still processing this feeling. To all of India and beyond, thank you so much for your support and blessings that have helped me reach this stage.
This moment will live with me forever 🙏🏽🇮🇳 pic.twitter.com/BawhZTk9Kk— Neeraj Chopra (@Neeraj_chopra1) August 8, 2021
गौरतलब है की नीरज चौपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक 2021 में भारत के लिए एथलेटिक्स में गोल्ड मैडल जीतकर नया इतिहास रच दिया है. इसी जीत के साथ भारत को ओलंपिक में काफ़ी लंबे समय बाद स्वर्ण पदक की प्राप्ति हुई है, इसका श्रेय केवल नीरज चौपड़ा को ही जाता है क्योंकि उनके संघर्ष के बिना ये गोरव पूर्वक क्षण भारत की 130 करोड़ की आबादी को नसीब नहीं होता.
इस जीत के बाद युवाओं को प्रेरित करने वाली कुछ बातें भी कहीं, उन्होंने कहा की “2-3 अंतर्राष्ट्रीय कंपटीशन मिले वे मेरे लिए जरूरी थे. इसी वजह से मैं कंपटीशन खेला. ओलंपिक था लेकिन दबाव नहीं था कि मैं बड़े थ्रोअर्स के बीच खेल रहा हूं. चोट लगने के बाद काफी उतार चढ़ाव आए. आप सभी ने मदद की. मेरी मेहनत तो है ही साथ-साथ आप सभी की भी मेहनत है, सभी सुविधाओं के लिए धन्यवाद!” नीरज चौपड़ा ने आगे कहा की “मैं आशा करता हूं कि AFI खासकर एथलेटिक्स और जैवलिन को और बढ़ावा दे क्योंकि मुझे लगता है कि भारत में बहुत प्रतिभा है. वे धीरे-धीरे सामने आएंगे. ओलंपिक में और अच्छा कर सकते हैं. मुझे लग रहा है कि हम कुछ भी कर सकते हैं”.
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