निहंगों द्वारा किसान आंदोलन स्थल पर दलित लखबीर सिंह की बर्बर हत्या के बाद ‘श्री गुरु ग्रन्थ साहिब सत्कार कमिटी’ ने धमकी भरा बयान भी जारी किया है.
किसान आंदोलन स्थल सिन्धु बोर्डर पर लखबीर सिंह नामक एक दलित की बड़ी बेरहमी से निहंगों ने हत्या कर दी और उसके शव को बेरीकेट से लटका दिया व उसके एक हाथ को भी उसके शव के पास ही लटका दिया. बता दें की निहंगों ने इस हत्या को जाएज बताते हुए कहा “गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी करने वालों को यही सज़ा मिलेगी”. अब इसी बयान से मिलता जुलता बयान ‘श्री गुरु ग्रन्थ साहिब सत्कार कमिटी’ ने भी धमकी की तरह जारी कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ‘श्री गुरु ग्रन्थ साहिब सत्कार कमिटी’ ने कहा “किसान आंदोलन को ख़त्म करने के लिए और सिख पंथ को बदनाम करने के लिए सरकार ने लखबीर को ‘बलि का बकरा’ बनाया. मोदी सरकार जब कुछ भी कर के किसान आंदोलन को बंद नहीं करा पाई, तो उसने ये तरीका अपनाया. लखबीर का पूरा परिवार धार्मिक है, लेकिन उसे पैसे या ड्रग्स की लालच या धमकी में ऐसा करने को कहा गया हो सकता है. निहंग उसे मारना नहीं चाहते थे, ये निहंग हमारे भाई हैं और उन्होंने अपना कर्तव्य निभाया, जिसका दुःख न उन्हें है और न हमें”.
Sri Guru Granth Sahib Satkar Committee defends lynching, but feels #LakhbirSingh was part of larger govt conspiracy. They said, "Sikho me jaat nahi dekhi jaati. Maarne wala Dalit hai, marne wala bhi Dalit tha. Granth ka apman sarkar ka aadmi karega ya khuda ka, hum jhatka denge" pic.twitter.com/aqMQMtcLkv
— Tanushree Pandey (@TanushreePande) October 16, 2021
गौरतलब है की कमिटी की ओर से एक धमकी भरे बयान में कहा गया है की वो कोई सरकारी एजेंट या कोई मंत्री ही क्यों न हो, हमारे ग्रन्थ को हाथ लगाने वालों का हम यही हाल करेंगे और हम ऐसा दोबारा करेंगे. वहीं दूसरी तरफ़ द प्रिंट से बातचीत करते हुए मृतक लखबीर के परिवार वालों ने कहा “लखबीर एक पक्का सिख था, जो दिन में दो बार गुरुद्वारा में प्रार्थना करता था”. बता दें की कमिटी ने यह भी कबूला की “हम लखबीर सिंह को जाने देते, लेकिन फिर उसे सज़ा नहीं मिलती. हम नहीं छिपा रहे कि हमने उसे नहीं मारा. हमें इसका कोई दुःख नहीं”.
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